Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2019 · 1 min read

हाइकु

१*
मेरी लाडली**
बिटिया फूल जैसी **
है मुलायम ***
“””””””‘”””'”””””””””””””””””'””””””””””
२ *
कर सम्मान *
रोशन करना तू **
बाबुल घर
*””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
३*
मधु वचन*
कोयल सी आवाज **
बोलना आप *
“”””””””””””””अंशु कवि”””””””””””””

Language: Hindi
1 Like · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं साधना उसकी करूं, जो साधता संसार है,
मैं साधना उसकी करूं, जो साधता संसार है,
Anamika Tiwari 'annpurna '
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
पूर्वार्थ
New Love
New Love
Vedha Singh
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
कोरोना चालीसा
कोरोना चालीसा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
लगाव
लगाव
Arvina
अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं
अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं
Suryakant Dwivedi
भाल हो
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
रतन टाटा जी..!!
रतन टाटा जी..!!
पंकज परिंदा
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
Ashwini sharma
*पॉंच सदी के बाद देश ने, गौरव का क्षण पाया है (मुक्तक)*
*पॉंच सदी के बाद देश ने, गौरव का क्षण पाया है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
3934.💐 *पूर्णिका* 💐
3934.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
Rj Anand Prajapati
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Madhu Shah
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
Arghyadeep Chakraborty
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
Dinesh Kumar Gangwar
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
झुकता आसमां
झुकता आसमां
शेखर सिंह
अंगदान
अंगदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वज़ह सिर्फ तूम
वज़ह सिर्फ तूम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
Mahender Singh
चिंपू गधे की समझदारी - कहानी
चिंपू गधे की समझदारी - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
डर लगता है।
डर लगता है।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
"दास्तान"
Dr. Kishan tandon kranti
फ़ुरसत से निकालों वक्त, या अपना वक्त अपने पास रखो;
फ़ुरसत से निकालों वक्त, या अपना वक्त अपने पास रखो;
ओसमणी साहू 'ओश'
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
Loading...