Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
भगवती पारीक 'मनु'
0 Follower
Follow
Report this post
30 Oct 2024 · 1 min read
हाइकु
हाइकु
जलते दीप
जगमगाता जहां
जागे इंसान
भगवती पारीक ‘मनु’
Tag:
Quote Writer
Like
Share
35 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
दोस्तों !
Raju Gajbhiye
नया साल
'अशांत' शेखर
!..................!
शेखर सिंह
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
मै स्त्री कभी हारी नही
dr rajmati Surana
शहर में छाले पड़ जाते है जिन्दगी के पाँव में,
Ranjeet kumar patre
🙅समझ सको तो🙅
*प्रणय प्रभात*
कुछ लोग
Shweta Soni
*जीवन में तुकबंदी का महत्व (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
युद्ध नहीं अब शांति चाहिए
लक्ष्मी सिंह
होठों की हँसी देख ली,
TAMANNA BILASPURI
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हिंदी भारत की पहचान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Agar tum Ladka hoti to Khush Rah paati kya?....
HEBA
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
Rj Anand Prajapati
जागी आँखें गवाही दे देंगी,
Dr fauzia Naseem shad
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
Ragini Kumari
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
माटी
जगदीश लववंशी
ख़त
Dr. Rajeev Jain
जिंदगी का नशा
Chitra Bisht
3490.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"सलाह"
Dr. Kishan tandon kranti
करवाचौथ
Surinder blackpen
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
Sonam Puneet Dubey
आज मानवता मृत्यु पथ पर जा रही है।
पूर्वार्थ
द्रौपदी ने भी रखा था ‘करवा चौथ’ का व्रत
कवि रमेशराज
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...