हाइकु पृथ्वी दिवस पर
धरती माता
तप रही, सूरज
उगले आग!
पर्यावरण
के सुरक्षा प्रहरी
अब तो जाग!
जल में बाढ़ (निसर्ग/तूफान)
धरती पे कोरोना
नभ में टिड्डी
मानव बैरी
प्रतिशोध! पृथ्वी का
है हाहाकार
लिया जो मां से
आदर से लौटाओ
सुधर जाओ
जल को तुम
कभी करो ना गंदा
है चेतावनी
प्रकृति माता
क्षमा! हवा हो शुद्ध
सब स्वस्थ!
__ मनु वाशिष्ठ