हां लगता तो है।
हां लगता तो है,मेरे बिन जिंदगी चल तो रही होगी,
फर्क कहां है मेरे होने या ना होने का।
हां लगता तो है, खुश होगी वह अपनी दुनिया में,
फुर्सत कहां होगी उसे मेरी यादों में जरा भी रोने का।
हां लगता तो है, मेरा जीना मुश्किल नहीं उसके बगैर,
फिर क्या मतलब यूं हर रात तन्हा करवट बदलने का।
हां लगता तो है, सब ठीक ही चल रहा है मेरा,
फिर मतला क्या है दिल में दर्द उठने का।
हां लगता तो है, मुझे छोड़ खुश तो हुई होगी,
नए ख्वाबों के रंगों में रंग गई होगी,
हां लगता तो है, नए लोगों में घुल मिल गई होगी,
किसी और के ख्वाबों से जुड़ गई होगी,
फिर क्यों याद दिलाऊं उसे मैं अपने होने का,
उसके बगैर गमजदा और बेरहम होने का।।
हां लगता तो है…….