Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2021 · 1 min read

हाँ हमसब अराध्य श्रीराम के वंशज हैं

ब्लड ग्रुप मैच होना जरूरी नहीं~न ही सरनेम जाती गोत्र के तहकीकात में समय देकर खुद को संशय में डालें
हे राम! तुम पूर्वज थे या नहीं ?
जैसे हवा,जल, मिट्टी बिना कोई सवाल ~तुम्हारे या आपके सांसों को जीवन दे रही है…न
बस वैसे ही,
पृथ्वी को हजारों हजार साल से संभालती आ रही जीवनदायिनी धरा
आरंभ हो या प्रारंभ ~ साश्वत
राम और कृष्ण के लय में ही सुरक्षित रही है।

एकबार माँ ऋतम्भरा को कहते सुना था
कृष्ण ज्ञान हैं और राम जीवन ।

बस यहीं दिक्कत है,
राम याद नहीं और कृष्ण को ज्ञान से परे हर सर्टिफिकेट देने की कोशिश असुरी सोंच करते रही है।
खैर कहना ये है
पृथ्वी पर सांस लेता हर जीवन
नभ, जल, वायु, अग्नि, मिट्टी को लयबद्ध कर धर्म की स्थापना करने वाले अराध्य श्रीराम के ही वंशज……..हैं……….।
©दामिनी ?

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 399 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम्हारे लिए
तुम्हारे लिए
हिमांशु Kulshrestha
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
फ्रेम  .....
फ्रेम .....
sushil sarna
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
Neelofar Khan
"घर-परिवार"
Dr. Kishan tandon kranti
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
*कभी मस्तिष्क से ज्यादा, हृदय से काम लेता हूॅं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सूर्ययान आदित्य एल 1
सूर्ययान आदित्य एल 1
Mukesh Kumar Sonkar
आलता-महावर
आलता-महावर
Pakhi Jain
आकर्षण मृत्यु का
आकर्षण मृत्यु का
Shaily
दवाखाना  से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
नहीं आया कोई काम मेरे
नहीं आया कोई काम मेरे
gurudeenverma198
बांते
बांते
Punam Pande
कुछ बाते बस बाते होती है
कुछ बाते बस बाते होती है
पूर्वार्थ
किसी की सेवा...
किसी की सेवा...
ओंकार मिश्र
अभी जो माहौल चल रहा है
अभी जो माहौल चल रहा है
Sonam Puneet Dubey
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
Kshma Urmila
आजादी  भी अनुशासित हो।
आजादी भी अनुशासित हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोस्ती का सफर
दोस्ती का सफर
Tarun Singh Pawar
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
बात चली है
बात चली है
Ashok deep
यूं  बड़े-बड़े ख्वाब
यूं बड़े-बड़े ख्वाब
Chitra Bisht
🙅सटीक समीक्षा🙅
🙅सटीक समीक्षा🙅
*प्रणय*
परत
परत
शेखर सिंह
एक आज़ाद परिंदा
एक आज़ाद परिंदा
Shekhar Chandra Mitra
3589.💐 *पूर्णिका* 💐
3589.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
समय
समय
Annu Gurjar
रोशनी का दरिया
रोशनी का दरिया
Rachana
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
Loading...