हवा सा बहता हूं
हवा सा बहता हूं
ख्वाब है हकीकत मेरा
मेरी आंखो में पानी है समंदर से गहरा
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा
ना आता है रोना ना
ना दिखना है बोना
जरूरी है परिवार के चेहरे पर खुशी होना
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा
मिलो दूर का सफर कदमों से तय करना
शौक नहीं खुद की जरूरतों को पूरी करना
मैं अपने परिवार का हूं चिराग
बहुत खास है मेरी जिंदगी का होना
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा
मुझे याद हैं उन दिनों के कुछ नजारे
मां की फटी एड़िया पिता के हाथ के छाले
दोनों ने मिलकर ख्वाब सिर्फ इतने ही पाले
मेरा बच्चा नाराजगी मैं नहीं खुशियों में होश संभाले
माता-पिता के अलावा ना है कोई मेरा
उनकी देखरेख करना कर्ज नहीं फर्ज है मेरा
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा