हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
रास छंद [सम मात्रिक]
विधान – 22 मात्रा, 8,8,6 पर यति, अंत में 112, चार चरण, क्रमागत दो-दो चरण तुकांत।
भरी दुपहरी, गर्मी में तन, लाल पड़ा,
पर बेचारा, लेकर अपना, माल खड़ा,
सब अधिकारी, बने दलाली, द्वंद करें,
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
पंकज शर्मा “परिंदा”