हर भाई की इक बहना हो।
हर बहना का इक भाई हो,
सुंदर सजी कलाई हो।
हर भाई को बहना मिले
परिवार सानंद सुखदाई हो।
आंगन बहनों से गुलजार रहे,
रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई हो ।।
जो बेटी नहीं चाहते उनको
यह संदेश सुनाई हो
बिन बेटी बहन कहाँ होगी।
बिटिया बिना आंगन दुखदाई हो।।
समझ रहे हैं हमसब आज
हर भाई की इक बहना हो।
हर बहनों का इक भाई हो
सुंदर सजी कलाई हो।
रक्षाबंधन सुखदाई हो।।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र