– हर दिन नया है –
– हर दिन नया है –
रात को सोना और सुबह जागना है,
हर एक दिन नया ही नया है,
नई शुरुआत ही नए दिन से ही करना है,
निराश न हो आज अगर है दुख ,
तो कल सुख भी आएगा ,
यह निराशाओं का बादल भी छट जाएगा,
अंधकार का सीना चीरकर भानु पुनः उदित होगा,
शाम हुई आया है चंद्रमा तो,
भोर होते ही सूरज भी आएगा,
नई लालिमा,नई ऊर्जा, नया तेज फैलाएगा,
थक के हारकर मत बैठ ए राहगीर नया दिन भी आएगा,
भरत यह मान ले तू यह जान ले तू,
गहलोत हर दिन नया है,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान,
संपर्क सूत्र -7742016184 –