Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2020 · 1 min read

हर दर्द की दवा रखता है वो

हर दर्द की दवा रखता है वो
हर गुनाह को माफ़ करता है वो
जब भी दिल टूटता है हमारा
ज़ख्म को रहम कर भरता है वो
शैतान के बहकावे में आ जाते हैं
तो भी जिन्दगी में खुशी भरता है वो
ठोकरें खाकर जब भी पस्त हुए
जिन्दगी जीना सीखाता है वो
जान हाजिर है खिदमत में “नूरी “का
मेरे राह में रोशनी जलाता है वो
नूरफातिमा खातून” नूरी”
१५/३/२०२०

444 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कल देखते ही फेरकर नजरें निकल गए।
कल देखते ही फेरकर नजरें निकल गए।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
देशभक्ति जनसेवा
देशभक्ति जनसेवा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
A daughter's reply
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
इतिहास
इतिहास
श्याम सिंह बिष्ट
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
VINOD CHAUHAN
पृथ्वी दिवस पर
पृथ्वी दिवस पर
Mohan Pandey
* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
आज हम जा रहे थे, और वह आ रही थी।
आज हम जा रहे थे, और वह आ रही थी।
SPK Sachin Lodhi
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
DrLakshman Jha Parimal
काश तु मेरे साथ खड़ा होता
काश तु मेरे साथ खड़ा होता
Gouri tiwari
** फितरत **
** फितरत **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
युग बीते और आज भी ,
युग बीते और आज भी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं आदमी असरदार हूं - हरवंश हृदय
मैं आदमी असरदार हूं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
मिलन की वेला
मिलन की वेला
Dr.Pratibha Prakash
भूख
भूख
Neeraj Agarwal
तीर'गी  तू  बता  रौशनी  कौन है ।
तीर'गी तू बता रौशनी कौन है ।
Neelam Sharma
"किसान"
Slok maurya "umang"
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
खुशियाँ
खुशियाँ
विजय कुमार अग्रवाल
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU
किताबों वाले दिन
किताबों वाले दिन
Kanchan Khanna
3026.*पूर्णिका*
3026.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
महाभारत युद्ध
महाभारत युद्ध
Anil chobisa
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
शिव प्रताप लोधी
कभी हमको भी याद कर लिया करो
कभी हमको भी याद कर लिया करो
gurudeenverma198
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
दूर किसी वादी में
दूर किसी वादी में
Shekhar Chandra Mitra
Loading...