Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2020 · 1 min read

हर तरफ

हर तरफ हँसने वाले खड़े हैं।
भीड़ में ठसने वाले खड़े हैं ।।

आग को न बुझा पाएंगे ये ।
धुंए में फँसने वाले खड़े हैं ।।

छोड़कर प्यारा सा गांव अपना ।
शहर में बसने वाले खड़े हैं ।।

जिन्हें आजाद रहने का हक़ है ।
उनको ही कसने वाले खड़े हैं ।।

सीधे रस्ते से जाने में डर है ।
कीच में धँसने वाले खड़े हैं ।।

आस्तीनों में देखो तो कितने ।
साँप जो डसने वाले खड़े हैं ।।

348 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
"सम्भव"
Dr. Kishan tandon kranti
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Ram Krishan Rastogi
🙅आम सूचना🙅
🙅आम सूचना🙅
*Author प्रणय प्रभात*
मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है।
मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है।
Sanjay ' शून्य'
और कितनें पन्ने गम के लिख रखे है साँवरे
और कितनें पन्ने गम के लिख रखे है साँवरे
Sonu sugandh
RAKSHA BANDHAN
RAKSHA BANDHAN
डी. के. निवातिया
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अलमस्त रश्मियां
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Tum har  wakt hua krte the kbhi,
Tum har wakt hua krte the kbhi,
Sakshi Tripathi
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
Manoj Kushwaha PS
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
surenderpal vaidya
दुनिया
दुनिया
Jagannath Prajapati
बाबूजी।
बाबूजी।
Anil Mishra Prahari
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
2797. *पूर्णिका*
2797. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
Happy new year 2024
Happy new year 2024
Ranjeet kumar patre
"आभास " हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे - धीरे दिल और दिमाग प
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे - धीरे दिल और दिमाग प
Rj Anand Prajapati
सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है।
सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है।
सत्य कुमार प्रेमी
*गणेश जी (बाल कविता)*
*गणेश जी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
फार्मूला
फार्मूला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
धूल से ही उत्सव हैं,
धूल से ही उत्सव हैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भारत वर्ष (शक्ति छन्द)
भारत वर्ष (शक्ति छन्द)
नाथ सोनांचली
डिजिटलीकरण
डिजिटलीकरण
Seema gupta,Alwar
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
Shweta Soni
Migraine Treatment- A Holistic Approach
Migraine Treatment- A Holistic Approach
Shyam Sundar Subramanian
Loading...