हर चेहरा है खूबसूरत
हर चेहरा है खूबसूरत,जिस पर है मुस्कान।
रंग भेद में काहे तू ,उलझा बैठा है इंसान ।
खिल जाती है जिंदगी,जब खुल कर हंसे।
खुशी के मायाजाल में जाते हैं हम फंसे।
खुद को खुश रखना,ग़र ले बन्दे तू सीख
ये ग़म ,ये दुःख तेरे ,दर दर मांगेंगे भीख ।
कोशिश करें हम , एक चेहरे को दे मुस्कान
एक मुस्कान कर देती ,सांस लेना आसान।
खुशी कभी अमीरी की मोहताज नहीं रही।
जितनी जिसने बांटी,उतनी ये बढ़ती रही।
सुरिंदर कौर