Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2020 · 2 min read

हर गीत में तुमको गाया है..

?????????
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..
पावन प्रेम के उपवन सा
अपनी भी प्रेम कहानी है,
मैं प्यासा सागर बेबस सा
तू दरिया सी दीवानी है..
कि-नैनों के निर्मल जल से
मन मंदिर में तुझे बिठाया है..!१
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..

तुमसे जबसे मिले है,प्रियवर
हम खुद को ही भूल गए..
तुमको लिखते लिखते प्रिय
खुद को लिखना भूल गए.,
कि हर धड़कन में हर सांसों में
एक बस तू ही तू समाया है …..!२
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..

प्रीत की डोरी से बंधकर मैं
हर जन्म तेरे मैं नाम लिखूं ,
तुझको अपनी राधा लिख दूँ
खुद को तेरा घनश्याम लिखूं,
कि दुनिया के इन रंगों में मुझे
प्रीत का रंग का ही भाया है..!३
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..

खत सजो कर रखें है मैंने
जो लिखे थे तेरे ख्वाबो में ,
जैसे दिल को रख दिया है
छुपाकर हमने किताबो में ,
कि हमने जितने खत है,लिखे
हर खत में नजर तू आया है..!४
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..

नाजुक प्रेम बहे अविरल
ये रातें तन्हा तड़पाती है ,
दिल का मकां है सूना-सूना
यादें दूरी में पास बुलाती है ,
कि जितने पास गए हम तेरे
तुझे उतना दूर ही पाया है..!५
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..

मेरा गीत अमर हो जाएगा
जो अधर तेरे इन्हें गाएंगे ,
कर्ण की कलियां खिलकर
मन-हृदय भी मुस्काएँगे ,
कि हर सूरत में ,हर मूरत में
हमने तुझको ही पाया है..६
हर वर्ण-वर्ण,हर शब्द-शब्द
हर गीत में तुमको गाया है ..
?????????
लेखक -कवि राहुल पाल
विधा -गीत (संयोग+ वियोग मिश्रण )
दिनाँक – ११/०७/२०२०
पूर्णतया मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित

Language: Hindi
Tag: गीत
5 Likes · 11 Comments · 287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr. Seema Varma
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
Vaishaligoel
मंगल मय हो यह वसुंधरा
मंगल मय हो यह वसुंधरा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भाड़ में जाओ
भाड़ में जाओ
ruby kumari
मुकाम यू ही मिलते जाएंगे,
मुकाम यू ही मिलते जाएंगे,
Buddha Prakash
गर गुलों की गुल गई
गर गुलों की गुल गई
Mahesh Tiwari 'Ayan'
मृत्यु भय
मृत्यु भय
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर भी जीवन कलरव है।
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर भी जीवन कलरव है।
Neelam Sharma
बिटिया  घर  की  ससुराल  चली, मन  में सब संशय पाल रहे।
बिटिया घर की ससुराल चली, मन में सब संशय पाल रहे।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
" चुस्की चाय की संग बारिश की फुहार
Dr Meenu Poonia
शुभ रात्रि
शुभ रात्रि
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
होली (होली गीत)
होली (होली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
घर की चाहत ने, मुझको बेघर यूँ किया, की अब आवारगी से नाता मेरा कुछ ख़ास है।
घर की चाहत ने, मुझको बेघर यूँ किया, की अब आवारगी से नाता मेरा कुछ ख़ास है।
Manisha Manjari
🥀✍ *अज्ञानी की*🥀
🥀✍ *अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
खास हम नहीं मिलते तो
खास हम नहीं मिलते तो
gurudeenverma198
राज़ की बात
राज़ की बात
Shaily
“Mistake”
“Mistake”
पूर्वार्थ
‘लोक कवि रामचरन गुप्त’ के 6 यथार्थवादी ‘लोकगीत’
‘लोक कवि रामचरन गुप्त’ के 6 यथार्थवादी ‘लोकगीत’
कवि रमेशराज
2498.पूर्णिका
2498.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
//सुविचार//
//सुविचार//
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
गाली भरी जिंदगी
गाली भरी जिंदगी
Dr MusafiR BaithA
वादा
वादा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
याद आए दिन बचपन के
याद आए दिन बचपन के
Manu Vashistha
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
शेखर सिंह
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
Suryakant Dwivedi
मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं,
मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं,
Ashok Sharma
अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता...
अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता...
कवि दीपक बवेजा
स्वच्छ देश अभियान में( बाल कविता)
स्वच्छ देश अभियान में( बाल कविता)
Ravi Prakash
🙅दद्दू कहिन🙅
🙅दद्दू कहिन🙅
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...