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4 Sep 2024 · 1 min read

हर ग़ुनाह

निज़ामे ज़िन्दगी के लिए सख्तियां भी ज़रूरी है,
हर ग़ुनाह ”शाद” क़ाबिले माफ़ी नहीं होता ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 23 Views
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