हर कोशिश कुछ देकर जाती, कठिन राह आसान बनाती।
हर कोशिश कुछ देकर जाती,
कठिन राह आसान बनाती।
कोशिश कर जब भी तू हारा,
बहुत पास था तेरे किनारा
मंजिल भी चलकर आ जाए,
जो तू पूरी जान लगाए
कहाँ कमी थी हमे बताती,
हर कोशिश कुछ देकर जाती
कठिन राह आसान बनाती।
निष्फल कहाँ प्रयास तुम्हारा
भाग्य कर्म से सदा है हारा,
मेहनत कभी व्यर्थ ना जाती
नई सीख कुछ लेकर आती,
प्रतिपल-प्रतिक्षण हमे सिखाती
हर कोशिश कुछ देकर जाती
कठिन राह आसान बनाती।
श्वास वायु हममें दम भरते
लक्ष्य सुनिश्चित कर पथ गढते
जलचर, नभचर सारे चलते
धरती चाँद सितारे चलते,
प्रेरक हो सम्बल बन जाती
हर कोशिश कुछ देकर जाती
कठिन राह आसान बनाती।