Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2024 · 1 min read

हर ऐब दूसरों में दिखते हैं इसलिए ।

हर ऐब दूसरों में दिखते हैं इसलिए ।
अपनी नज़र में खुद अच्छा है हर कोई ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

2 Likes · 22 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

तारीफ किसकी करूं
तारीफ किसकी करूं
डॉ. दीपक बवेजा
3356.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3356.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिंदगी अवसर देती है ___ लेख
जिंदगी अवसर देती है ___ लेख
Rajesh vyas
" अकाल्पनिक मनोस्थिति "
Dr Meenu Poonia
ভালো উপদেশ
ভালো উপদেশ
Arghyadeep Chakraborty
तू अब खुद से प्यार कर
तू अब खुद से प्यार कर
gurudeenverma198
संस्कार संस्कृति सभ्यता
संस्कार संस्कृति सभ्यता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ग़म है,पर उतना ग़म थोड़ी है
ग़म है,पर उतना ग़म थोड़ी है
Keshav kishor Kumar
pita
pita
Dr.Pratibha Prakash
क्षणिका
क्षणिका
Vibha Jain
इक उम्मीद
इक उम्मीद
शिव प्रताप लोधी
#पर्व_का_सार
#पर्व_का_सार
*प्रणय*
कौन है वो ?
कौन है वो ?
Rachana
कविता तुम से
कविता तुम से
Awadhesh Singh
अमर काव्य
अमर काव्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
बासी रोटी भी हो तो
बासी रोटी भी हो तो
shabina. Naaz
दोस्तों !
दोस्तों !
Raju Gajbhiye
ऋतुराज
ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
एक आकार
एक आकार
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
अर्चना मुकेश मेहता
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
Sonam Puneet Dubey
आने वाला आएगा ही
आने वाला आएगा ही
महेश चन्द्र त्रिपाठी
फिर फिर गलत होने का
फिर फिर गलत होने का
Chitra Bisht
प्रतिभा
प्रतिभा
Shyam Sundar Subramanian
नवरातन में बकरा...
नवरातन में बकरा...
आकाश महेशपुरी
"सभी के सभी शातिर इंसान हैं ll
पूर्वार्थ
" सोचो "
Dr. Kishan tandon kranti
लिबास पहन के क्यूं
लिबास पहन के क्यूं
Dr fauzia Naseem shad
प्यार का सार है त्याग की भावना
प्यार का सार है त्याग की भावना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Loading...