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सुनील कुमार
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13 Oct 2021 · 1 min read
हरि जग में अब ना रहा——
हरि जग में अब ना रहा, असि मानुष की भूल।
चारु फल सँवारि रहा, जस गूलर का फूल।।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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· 235 Views
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