हरियाली
पानी से जीवन बानी।
धरती की चूनर धानी।
मन भावन हरियाली से ,
धरती सज लगती रानी।।
चाहें तुम बनना दानी।
संचित बस रखना पानी।
पानी से ही रहती है ,
धरती की चूनर धानी।।
अनपढ़ हो या हो ज्ञानी।
बंद करो अब मनमानी।
पानी का शोषण रोको ,
हरियाली मूलक पानी।।