हरियाली माया
प्रकृति की बागबानी, हरियाली की छाया,
पशु पक्षी की भीड़ ने वनों को रमाया,
पहाड़ों के चोटियों पर बिखरे तारे
समुंदर की लहरों में वो नाव की सफरें
मोहक लगता प्रकृति की हरियाली माया।
बर्फीली हवाओं में किसी बच्चे का खेलना,
मानवता के लिए प्रेरणा बन, फिर से उभरना
वनों में गूंजे, मधुर जीवो की मधुर भाषा,
वो बरसात की बूंदे भी
मोहक लगता प्रकृति हरियाली माया।
जिंदगी की छुपी रहस्यमई बाते,
न जाने कब तक छुपी रहेंगी,
हरियाली की चादर में
सजीव होती खुशियों की राते,
फलों की खूसबू में प्रेम रस से भरा मिठास
प्रकृति की गोदी में बसी अनंत की बरसात।