हरयाणा ( हरियाणा दिवस पर विशेष)
हरयाणा हरयाणा ये हरयाणा
प्यारा-प्यारा है ये कहूं हमारा
पेड़ की छांव में बैठ कह सुनाया
एक रोटी कह देख सब लुटारा
खुशी – खुशी सबकुछ बता देरा
कहूं तो ये दिल में कुछ न छुपारा
कुरु रेवाड़ी थल जर जींद पंचकूला
भिवानी बाद पत गुड़गांव ये हिसरा
वैदि-सिन्धु दुग्ध खाद्य कृषि नहरा
कुरु समर कृष्ण गीता त्रिपत लड़ा
हरि ये कृषिकला ये द्विपर आभीरा
ऋग् अष्टदश समर है कहें ये श्रीधरा