हयात की तल्खियां
तजुर्बात मुझे इसकी
इजाज़त ही नहीं देते हैं!
जज्बात मुझे इसकी
इजाज़त ही नहीं देते हैं!
मैं मोहब्बत के नग्में
गाना तो चाहता हूं मगर
हालात मुझे इसकी
इजाज़त ही नहीं देते हैं!
तजुर्बात मुझे इसकी
इजाज़त ही नहीं देते हैं!
जज्बात मुझे इसकी
इजाज़त ही नहीं देते हैं!
मैं मोहब्बत के नग्में
गाना तो चाहता हूं मगर
हालात मुझे इसकी
इजाज़त ही नहीं देते हैं!