हम हिंदुस्तान हैं
न हिन्दू हैं, न ही मुसलमान हैं।
ये वतन तो सिर्फ हिंदुस्तान है।
मज़हब अपना चाहे जो भी हो।
ये तिरंगा ही हमारी पहचान है।
कहीं भजन तो कहीं हो रहा प्रेयर।
कहीं गुरुवाणी तो कहीं आज़ान है।
लाख जुदा हो यहाँ तहज़ीब हमारे।
फिर भी हमारा एक ही गुलिस्तान है।
तोड़ नहीं सकता हमें कोई भी यहाँ।
सुन लो दुनिया वाले हम हिंदुस्तान है।