हम हर गम छुपा लेते हैं।
उनको देखकर हम हर गम छुपा लेते हैं।
सामने उनके झूठा ही सही पर हम मुस्कुरा देते हैं।।1।।
गम का कोई भी साया ना पड़े उन पर।
वो हमेशा खुश रहे ज़िंदगी में हम ये दुआ करते हैं।।2।।
हर्फ ना आए उसके किरदार पर कभी।
रेत पे लिख कर उसका नाम हर बार मिटा देते हैं।।3।।
जरूरी नहीं हरबात लबों से कही जाए।
कुछ इन्सान जुदा अंदाज से खुद को बता देते हैं।।4।।
कुछ लोग एहसासे कमतरी करा देते हैं।
अहसान कर के वह लोगों पर इसको जता देते हैं।।5।।
माफ करना जो यूं अश्क नज़रों में आए।
तुम खुश रहो चलो हम तुमको फिरसे हंसा देते है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ