Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2021 · 2 min read

“ हम सफर “

“ हम सफर “
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
================
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
जमाना कुछ भी कहे ,
हमको उनसे क्या लेना !
किसी को कुछ भी लगे ,
उनसे हमको क्या करना !!
जमाना कुछ भी कहे ,
हमको उनसे क्या लेना !
किसी को कुछ भी लगे ,
उनसे हमको क्या करना !!
मिला जो साथ तेरा तो राह में आराम मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
कहीं जो लड़खड़ाए राहों में ,
तो हमको सहारा दे देना !
अपने आँचल को हिला के ,
हमें हवा का झोंका देना !!
कहीं जो लड़खड़ाए राहों में ,
तो हमको सहारा दे देना !
अपने आँचल को हिला के ,
हमें हवा का झोंका देना !!
तुम्हारे साथ से मेरे प्यार का नया अंदाज मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
तुम्हारा साथ है तो हमें और ,
कुछ की कभी चाहत ही नहीं !
रहेंगे साथ मिलकर ही सदा ,
इसके सिवा कोई राहत ही नहीं !!
तुम्हारा साथ है तो हमें और ,
कुछ की कभी चाहत ही नहीं !
रहेंगे साथ मिलकर ही सदा ,
इसके सिवा कोई राहत ही नहीं !!
मिलन से ही जिंदगी में प्यार का फूल खिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे साथ से मेरे प्यार का नया अंदाज मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
=================
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका ,झारखंड
भारत

Language: Hindi
Tag: गीत
250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
زندگی تجھ
زندگی تجھ
Dr fauzia Naseem shad
वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है ,
वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है ,
Shreedhar
👌ग़ज़ल👌
👌ग़ज़ल👌
*प्रणय प्रभात*
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
दुःख बांटू तो लोग हँसते हैं ,
दुःख बांटू तो लोग हँसते हैं ,
Uttirna Dhar
3738.💐 *पूर्णिका* 💐
3738.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पाँच मिनट - कहानी
पाँच मिनट - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
Swami Ganganiya
*बचकर रहिएगा सॉंपों से, यह आस्तीन में रहते हैं (राधेश्यामी छंद
*बचकर रहिएगा सॉंपों से, यह आस्तीन में रहते हैं (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
हज़ल
हज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
चितौड़ में दरबार डोकरी
चितौड़ में दरबार डोकरी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बहुत हैं!
बहुत हैं!
Srishty Bansal
अंततः कब तक ?
अंततः कब तक ?
Dr. Upasana Pandey
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
gurudeenverma198
प्रेम पल्लवन
प्रेम पल्लवन
Er.Navaneet R Shandily
ज़रा सी  बात में रिश्तों की डोरी  टूट कर बिखरी,
ज़रा सी बात में रिश्तों की डोरी टूट कर बिखरी,
Neelofar Khan
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
विजया घनाक्षरी
विजया घनाक्षरी
Godambari Negi
आप जब तक दुःख के साथ भस्मीभूत नहीं हो जाते,तब तक आपके जीवन क
आप जब तक दुःख के साथ भस्मीभूत नहीं हो जाते,तब तक आपके जीवन क
Shweta Soni
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
मूकनायक
मूकनायक
मनोज कर्ण
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
Rekha khichi
*शर्म-हया*
*शर्म-हया*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...