हम भी रूठ जायेंगे
मान जाओ —नही तो ,हम भी रुठ जायेंगे
देखेगें कैसे आप ,फिर हमें मनायेंगे
चले भी आओ –नहीं तो, हम भी न बुलायेगे
आवाज फिर कभी हमारी न सुन पाओगे
हाल पूछा करो —नही तो, कैसे जान पाओगे
पशेमान बस हालात के मारे कहलाओगे
दिल मिलाओ–नही तो, तन्हा तुम रह जाओगे
जाने वालों को कभी रोक नहीं पाओगे
Surinder Kaur