हम बिहारी मिथिला के छी
भाषा :- मैथिली
शीर्षक :- हम बिहारी मिथिला के छी
(1)
राजा प्रजा सोभ बराबर, बात आदर्श राजा जनक
के प्रजा प्रति प्रेम लीला के छी ,
भले हम रोशन बाहर में,
तयो अपन रीति रिवाज मिला के छी,
हम नै ई मधुबनी, दरभंगा जिला के छी ।
गर्व अछि हम छी मैथिल ,
हम तऽ अपन मिथिलांचल के मिथिला के छी ।।
(2)
जतऽ एरैत भगवान राम, बनलैत सीता के पति ,
उगना बैन कऽ शिव सेवा केरैत,
ओऽ भक्त छैथ विद्यापति ।
दुख नैई अछि हमरा एको रति ,
हर इच्छा पूरा करैत छथिन, सरस्वती
लक्ष्मी माँ काली, दुर्गा भगवती ।।
तहने नेए हम नैय कुनु जिला के छी ,
हम बिहारी बिहार के मिथिलांचल
के मिथिला के छी ।।
(3)
मधुबनी मिथिला पेंटिंग अप्पन पहिचान छी ,
तहन नेए हम बिहारी विश्व स्तर पर महान छी ।।
जतऽ कमला , कोसी , गंगा बहैए ओ पवित्र स्थान छी ,
गर्व अछि हम बिहार के बिहारी पुत्र
मिथिला के संतान छी ।।
तहन हम कनअ कहुं कि हम कुनु गांंव और जिला के छी
हम हिन्दुस्तान के हिन्दुस्तानी ,
हम तअ बिहार के मिथिला के छी ।।
(4)
राजनगर के राजमहल ,
सौराठ के सभा गाछी ,
हम तअ अप्पन हक मांगैय छी
हम कहां करैय छी बदमाशी ।।
हमही मालिक हमही दासी ,
ओहे सोच रखैय छी
हम बिहार के मिथिलावासी ।।
हम भोजपुरी, उर्दू , मगही मैथिली भाषा
जानैय छी , तअ हम नैय कुनू जिला के छी ,
हम बिहारी बिहार के मिथिला के छी ।।
(5)
कवि विद्यापति , नागार्जुन ,दिनकर के रचना
प्रेम और पीड़ा के छी ,
आर्यभट्ट , वशिष्ट नारायण , दशरथ मांझी ,
और भी ज्ञानी के ज्ञान के लीला के छी ।।
मुजफ्फरपुर के लीची , आम , पान ,मखान
भरल खेत खीरा के छी ,
गर्व अछि हम बिहारी
हम बिहार के मिथिला के छी ।।
(6)
हमही डॉक्टर, हमही सैनिक ,
हमही किसान छी ,
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई नैय ,
हम तअ इंसान छी ।।
योअ हमही मिथिला वाला
बिहार के मुस्कान छी ,
भारत के ही नैय
हम तअ विश्व के प्राण छी ।।
तअन हम मिथिलावासी विश्व के रक्षक
हम नैय कुनू जिला के छी ,
हम तअ धरती पुत्री जनक लली के जन्मभूमि
मिथिला के छी ।।
(7)
बारहों महीना करैत छी पूजा पाठ ,
चूड़ा दही आर खाय छी माछ भात ।।
अखनो खैय लेल
बाड़ी सऽ अनैय छी केला पात ,
हमही शहरीय और हमरे स्थान अछि देहात ।।
तअ हम कनअ कहुं कि हम कुनु जिला के छी ,
हम तअ भोग में जोग करअ वाला
बिहार के मिथिला के छी ।।
(8)
अप्पन भोजन लिट्टी चोखा ,
ऐलैय तीला संक्रैत
चुड़लाय , लाय खाय के मौक़ा ।।
हम नै दै छी किनको धोखा ,
हम बिहारी, हमर भूमि अछि अनोखा ।
ओय भूमि के हम पुत्र
हम नै कुनो जिला के छी ।
हम तअ आदर्श राजन जनक के
राज्य मिथिला के छी ।।
(9)
छोटा भाई के हम करैय छी दुलार ,
बड़का भाई के करैय छी नमस्कार ।।
हम बिहारी बढ़े अप्पन बिहार ,
इ विनती हमर करू स्वीकार ।।
स्वीकार कय कऽ कहु हम बिहारी ,
हम नैय कुनो जिला के ,
यौ भैया , बाबू हम तऽ बिहार के
मिथिला के छी… हम तऽ बिहारक
मिथिला के छी
✍️ रोशन कुमार झा
रामकृष्ण महाविद्यालय मधुबनी
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार