हम देखते ही रह गये
प्रकृति के प्रकोप ने सारा संसार हिला दिया
केदारनाथ, बद्रीनाथ, हरिद्वार प्रलय सा हो गया
तीर्थयात्री तीर्थ यात्रा के मंजर को देखते रहे गये
समस्त जड़ चेतन जल में ओत-प्रोत हो गये
नदियों का पानी ‘भू’ की छाती को चीर ऊपर आ गया
उत्तराखंड के बड़े भूभाग में सैलाब आ गया
सारी पृथ्वी पर पानी ही पानी आ गया
पंडे भी लुटेरे सम हो गये
अजब सा माहौल बना था
बचाव बचाव की ध्वनि चहुं ओर थी
देशी, विदेशी सभी का बुरा हाल था
चहुंओर हाहाकार गचा था
प्रलय सा नजारा बना था
सभी प्राणी और पेड़-पौधों का पता न था
प्राणी बेसुध से खड़े थे
सहारे के लिए तरस रहे थे
‘अंजुम’ हड़प्पा समान उत्तराखंड था
नया इतिहास रचा जा रहा था
शव सड़ रहे थे, गल रहे थे
उत्तराखंड श्मशान बना था।
मनमोहन लाल गुप्ता
मोहल्ला जाब्तागंज, नजीबाबाद, जिला बिजनौर, यूपी
मोबाइल नंबर 9152859828