हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
कसर ना छोड़ी लोगों ने हमें आज़माने में ।
अपनी किस्मत के सहारे आज भी हम जिंदा है।
ऐसा कोई शख्स नहीं जो डरा सके ज़माने में।।
Phool gufran
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
कसर ना छोड़ी लोगों ने हमें आज़माने में ।
अपनी किस्मत के सहारे आज भी हम जिंदा है।
ऐसा कोई शख्स नहीं जो डरा सके ज़माने में।।
Phool gufran