हम थके नहीं
शीश झुके नहीं
कदम रुके नहीं
आने दो
चुनौतियां
देंगे आहुतियां
अभी हम थके नहीं
बड़े बड़े ज्ञानी ध्यानी
संदेश यही देते आए
कुछ पल की है
दुश्वारियां
जीवन भर टिके नहीं
अभी हम थके नहीं
“राजेश व्यास अनुनय”
शीश झुके नहीं
कदम रुके नहीं
आने दो
चुनौतियां
देंगे आहुतियां
अभी हम थके नहीं
बड़े बड़े ज्ञानी ध्यानी
संदेश यही देते आए
कुछ पल की है
दुश्वारियां
जीवन भर टिके नहीं
अभी हम थके नहीं
“राजेश व्यास अनुनय”