हम तुम और इश्क़
हम तुम और इश्क़, अजब कहानी।
चाहत ए इश्क में , हम राजा रानी ।
ऐसे तेरे नैनों के तीर कर गये घायल।
बिना घूंघरू के पैरों में बजती पायल।
दीद तेरी के प्यासे हो गये मेरे ये नैना
तुझ को देखें बिन आये न पलभर चैना।
हम तुम और इश्क़ में बहुत है बंदिशें
ऊपर से ये जग ,पाल रखे सौ रंजिशें।
इश्क क्या है इक अनबुझी सी प्यास।
रोना क्यों टूटने वाले दिल होते हैं खास।
सुरिंदर कौर