हम तुम्हारे हुए
हम तुम्हारे हुए,
तुम हमारे हुए।
हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हो गये,
तुम हमारे हमारे हमारे हो गये।
हम तुम्हारे हुए . . . . . .
बीच दरिया में हमको,
किनारा न मिला।
तुम मिले तो,
तुम मिले तो, सहारे सहारे सहारे हो गये।
हम तुम्हारे हुए . . . . . .
पत्ते झड़ के बागों को
वीराने कर दिये।
तुम आये तो ,
तुम आये तो, फिर ये बहारे बहारे बहारे आ गये।
हम तुम्हारे हुए . . . . . .
रेगिस्तां जइसे,
मैं भी तपता ही रहा।
तुम आए तो,
तुम आये तो, ये आंधी भी ठण्डी फुहारें फुहारें हो गये।
तुम आये तो . . . . . .
नेताम आर सी