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6 Aug 2023 · 1 min read

हम जिएँ न जिएँ दोस्त

हम जिएँ न जिएँ दोस्त
तुम जियो एक नौजवान की तरह,
खेत में झूम रहे धान की तरह,
मौत को मार रहे वान की तरह ।

हम जिएँ न जिएँ दोस्त
तुम जियो अजेय इंसान की तरह
मरण के इस रण में अमरण
आकर्ण तनी कमान की तरह !

— क़ेदारनाथ अग्रवाल

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