हम घर में नइ छी !!
अय सुनै छी..
की अइ
की भेल..
जुलूम भअ गेल
बुझू अनेहर भअ गेलै
खतम भअ गेलै
आब की हेतै…
केकरा की भेलै किछ कहवो करब
कोनो अपन लोक की..
धतत…..
अरे अपन अपन की करै छी..
हमरा अपने हाक हाक नइ सूझै रहल अछि
जा.. की भ गेलै
एना माथ पर हाथ किया धेने छीय…
केकरा की भ गेलै यो
अरे कहू ने
कहब तखने बुझवै ने…
दतत….
की कहू-
एकदम मोन घोर लगै अछि
एको मिसिया नइ बचलै
टेमियो बराबर नइ छै आब
आब की करु..
किछ नइ फुराइत अछि
जे मोन हुया से करु
हम की करु…
ओनाहियो आहाँ घर में-
करिते की छी..
नइ कहब त जाऊ..
ईहह …
हमरा अपने डाका पड़ल अछि
उल्टा येह खउझैल छ्थ..
ऑफिस स अयला के बाद
आहाँ आई एना किया पगलैल जकाँ करैत छी..
ऑफिस में किछ भेल अछि की..
कथि हेत ऑफिस में-
जाय काल अहाँ
बेग में रखवै नइ केलीए..
छोरू..
आब हम अपन काज
अपने केल करब ..
आइ काल्ह केकरौ पर भरोसा केनाइये बेकार।
अहाँ अपने त छिहे..
आब हमरो पगला देब.
कथि नइ रखलौ बेग में
लेबटोप, ब्लूटूथ, डाटाकार्ड,
माउस, पेनड्राइव सब त राखि देने छ्लौ।
अरे वैह..
जेकरा आहाँ
अपन सौतीन कहै छिय..
ओ मोबाईल..
तकर चार्जर
आइ घरे पर छुटि गेल
अखन ओकर बैटरी
पुरा खतम भअ गेलै
अरे..
एके घन्टा पहिने
फ़ेस बुक पर फोटो पोस्ट केने रही।
आब की हेतै..
केना पता चलत..
कतेक लाइक आ कॉमेंट अयलै।
ओह…
जुलूम भअ गेल
दौड़ क जाउ त…
जल्दी स चार्जर नेने आऊ
इह..
जाऊ जाऊ..
अपन जा कय लअ लिय..
हम घर में नइ छी!!
प्रस्तुति:
पवन ठाकुर “बम बम”
गुरुग्राम!