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12 Jul 2022 · 1 min read

हम एक हैं

बदन के रंग
कई सही
लहू का रंग
एक है!
चाहे कोई
देश हो
चाहे कोई
दौर हो
सोच की जंग
कई सही
भूख की जंग
एक है!
चाहे कोई
नस्ल हो
चाहे कोई
क़ौम हो
मन के ढ़ंग
कई सही
रूह का ढ़ंग
एक है!
#साम्प्रदायिकता #नफ़रत #सियासत
#अवामी_शायर #धर्मांधता #Secular

Language: Hindi
88 Views
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