हम अपनी धरती को सजाए
आओ मिलकर पेड़ लगाए,
हम अपनी धरती को सजाए,
पेड़ लगाए हम एक-एक,
शुरू करें काम यह नेक,
पेड़ो से मिलती शुद्ध हवा,
होती स्वास्थ्य के लिए दवा,
बढ़ रहा नित प्रदूषण,
जहरीले हुए कण-कण,
मानवता पर संकट भारी,
अब जिंदगी मौत से हारी,
सूख रहें है नदी नाले,
छिन रहें जिंदगी के उजाले,
देखो शहर- शहर और गाँव,
अब मिलती नहीं है छाँव,
पेड़ो बिन बारिश रूठती,
जन जीवन की साँसे टूटती,
पेड़ो से ही संसार है,
जीवन के यह आधार है,
इसलिए….
आओ मिलकर पेड़ लगाए,
हम अपनी धरती को सजाए,