Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2024 · 1 min read

हमें सकारात्मक और नकारात्मक के बीच संबंध मजबूत करना होगा, तभ

हमें सकारात्मक और नकारात्मक के बीच संबंध मजबूत करना होगा, तभी हम वास्तविक स्वरूप से परिचित होंगे।
~ रविकेश झा

20 Views

You may also like these posts

वो........
वो........
Dharmendra Kumar Dwivedi
मां
मां
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" जब तक आप लोग पढोगे नहीं, तो जानोगे कैसे,
शेखर सिंह
कुछ लोग जन्म से ही खूब भाग्यशाली होते हैं,
कुछ लोग जन्म से ही खूब भाग्यशाली होते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
जिंदगी पेड़ जैसी है
जिंदगी पेड़ जैसी है
Surinder blackpen
*रवि प्रकाश की हिंदी गजलें* शीर्षक से एक पुस्तक प्रकाशित करन
*रवि प्रकाश की हिंदी गजलें* शीर्षक से एक पुस्तक प्रकाशित करन
Ravi Prakash
"अवमानना"
Dr. Kishan tandon kranti
जब तक हमें अहंकार है हम कुछ स्वीकार नहीं कर सकते, और स्वयं क
जब तक हमें अहंकार है हम कुछ स्वीकार नहीं कर सकते, और स्वयं क
Ravikesh Jha
“बसता प्रभु हृदय में , उसे बाहर क्यों ढूँढता है”
“बसता प्रभु हृदय में , उसे बाहर क्यों ढूँढता है”
Neeraj kumar Soni
फूलो की सीख !!
फूलो की सीख !!
Rachana
औरों का अपमान
औरों का अपमान
RAMESH SHARMA
जीवन का सितारा
जीवन का सितारा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ठोकरें खाये हैं जितना
ठोकरें खाये हैं जितना
Mahesh Tiwari 'Ayan'
बात शक्सियत की
बात शक्सियत की
Mahender Singh
यूं कठिन राह कोई ना चुनता मगर– राम गीत।
यूं कठिन राह कोई ना चुनता मगर– राम गीत।
Abhishek Soni
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
वो रस्ते तर्क करता हूं वो मंजिल छोड़ देता हूं, जहां इज्ज़त न
वो रस्ते तर्क करता हूं वो मंजिल छोड़ देता हूं, जहां इज्ज़त न
पूर्वार्थ
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
हम शिक्षक
हम शिक्षक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ईश ......
ईश ......
sushil sarna
3107.*पूर्णिका*
3107.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सूझ बूझ
सूझ बूझ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
surenderpal vaidya
कोई कितना बिख़र गया कैसे ,
कोई कितना बिख़र गया कैसे ,
Dr fauzia Naseem shad
उड़ान!
उड़ान!
Kanchan Alok Malu
जल संचयन धरा का जीवन।
जल संचयन धरा का जीवन।
Rj Anand Prajapati
कांतिमय यौवन की छाया
कांतिमय यौवन की छाया
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
देश हमारा बदल रहा है /
देश हमारा बदल रहा है /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सुकुमारी जो है जनकदुलारी है
सुकुमारी जो है जनकदुलारी है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Loading...