एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
अजहर अली (An Explorer of Life)
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
If you can't defeat your psyche,
23/72.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
अपनी कलम से.....!
singh kunwar sarvendra vikram
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak
सामयिक साहित्य "इशारा" व "सहारा" दोनों दे सकता है। धूर्त व म
“ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति )
किसी के दुःख को अपनें भीतर भरना फिर एक
*जीवन का सार यही जानो, कल एक अधूरा सपना है (राधेश्यामी छंद )
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बदल देते हैं ये माहौल, पाकर चंद नोटों को,
हे राम,,,,,,,,,सहारा तेरा है।
I hope you find someone who never makes you question your ow