*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)
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हमारी बेटियों को शान, भारत की बढ़ाना है
हमारी हैं हमेशा यह, भले ससुराल जाना है
ये बेटों से कहीं बढ़कर, हमारे काम आऍंगी
हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451