बदला या बदलाव?
हमें बदला नहीं,
बदलाव चाहिए
धूप तेज़ बहुत
घनी छांव चाहिए…
(१)
हमारे हाथ छूएं
बेशक आसमान!
लेकिन ज़मीन पर
टिके पांव चाहिए…
(२)
जात-पात जैसी
चीज़ न हो जहां
इस देश में ऐसा
एक गांव चाहिए…
(३)
अमीर और गरीब
सभी पार हो सकें
जिसमें एक साथ
वही नाव चाहिए…
(४)
जो हाकिम और
ग़ुलाम के सारे
फ़र्क मिटा डाले
ऐसा दांव चाहिए…
Shekhar Chandra Mitra
#DalitLivesMatter #reservation #घमंड #अहंकार #tribes #उत्पीड़न #शोषण #merit #Caste #Discrimination #आरक्षण #हिंदुत्व