हमारे प्यारे साथी ,बेजुबान पशु पक्षी
आप अपनी संतान के लिए क्या-क्या करते हैं, ,
ज़रा इन्हें भी अपनी संतान समझ कर वोह सब इनके लिए करके देखिये। संतान कोई फल दे या ना दे ।आपकी सेवा और प्यार का यह बेजुबान, मासूम पशु-पक्षी आपके लिए जान भी दे देंगे।एक बार इनकी वफ़ा को आजमा के तो देखिये।
बस हमारे प्यार व् सरंक्षण के भूखे होते हैं।
यह भोले पशु-पक्षी ,एक बार इन्हें अपना बनाकर तो देखिए ,अपने परिवार का खास सदस्य बनाकर तो देखिए।
इनकी मासूम शरारतें लगेंगी आपको अपने बच्चों की शरारत जैसी।आपको ना हो जाये इनसे प्यार ,तो फिर हमसे कहिये ।धरती पर इंसान से भी प्यारे हैं यह पवित्र आत्मा रखने वाले जीव । जो भगवान को भी बहुत प्यारे हैं। और क्यों न हो ,जैसे हम उस भगवान के बच्चे , वैसे ही जीव जंतु भी उसके बच्चे है। क्यों है ना!!