हमारे नेता
अपने बारे में सोचता देखो
वोट लेकर खुदा बना देखो
आज वो बात भी नहीं सुनता
कल था कदमों में जो पड़ा देखो
जितना चाहे अमीर हो जाए
हर घड़ी भीख मांगता देखो
खा गए सब गरीब का हिस्सा
पेट भरता नहीं जरा देखो
जुर्म कितने करे वही कम हैं
कौन कहता इन्हें बुरा देखो
बोलते झूठ जो नहीं थकते
हो रहा उनका ही भला देखो
ये लड़ाते रहे हैं मतलब से
आदमी भी लड़ा सदा देखो