Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2024 · 1 min read

हमारे धर्म ध्वज के वाहक !

शंकराचार्य हैं, हमारे धर्म ध्वज के वाहक,
इनके विरुद्ध खड़े हैं, जो नाहक,
वह हैं सिर्फ, तथा कथित परिषद् के प्रचारक,
नहीं उनकी कोई ऐसी हैसियत,जो माने जाएं विचारक!

हम सनातनधर्म वालों की,
चार पीठ हैं,
यही हमारी आस्था की रीढ हैं,
इनकी विरासत से मिलती हमें सीख है!
बाकी तो जो भी हैं,,
सेक्क रहे हैं राजनीतिक रोटी,
इनकी खालें हैं,बहुत मोटी,
ये अपना नफा नुकसान आंक कर,
चलते हैं दांव पर दांव,
ज्यूं ही लगता है होने को नुकसां,
पीछे खींच लेते हैं अपने पांव!
इनका कोई ठौर ठिकाना नहीं,
ये सिर्फ होते हैं मतलबी,
कब से हम ये देखते आ रहे हैं,
ये न किसी के सगे,न पराए हैं,
ये हमारे अजमाए हैं!
हमें तो गर्व है अपने शंकराचार्यों पर,
जो हमारे धर्म ध्वज वाहक है,
वही सच्चे विचारक हैं,
यही तो हैं, जो हमारे उद्धारक हैं!!

1 Like · 178 Views
Books from Jaikrishan Uniyal
View all

You may also like these posts

शूर
शूर
अवध किशोर 'अवधू'
हर  तरफ  बेरोजगारी के  बहुत किस्से  मिले
हर तरफ बेरोजगारी के बहुत किस्से मिले
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
तुम्हीं मेरा रस्ता
तुम्हीं मेरा रस्ता
Monika Arora
या तुझको याद करूं
या तुझको याद करूं
डॉ. एकान्त नेगी
घुटन
घुटन
शिवम राव मणि
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आरामदायक है भारतीय रेल
आरामदायक है भारतीय रेल
Santosh kumar Miri
सबको
सबको
Rajesh vyas
........,?
........,?
शेखर सिंह
दुनिया के मशहूर उद्यमी
दुनिया के मशहूर उद्यमी
Chitra Bisht
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
Rajesh Kumar Arjun
@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊
@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊
*प्रणय*
प्यार का ऐसा सर संधान रे
प्यार का ऐसा सर संधान रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खोजें समस्याओं का समाधान
खोजें समस्याओं का समाधान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
माता रानी दर्श का
माता रानी दर्श का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
माला फेरें राम की,
माला फेरें राम की,
sushil sarna
पाँच मिनट - कहानी
पाँच मिनट - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम भूल जाना मुझे
तुम भूल जाना मुझे
Jyoti Roshni
अंगुलिया
अंगुलिया
Sandeep Pande
2476.पूर्णिका
2476.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
Rituraj shivem verma
वर्दी (कविता)
वर्दी (कविता)
Indu Singh
*सब पर मकान-गाड़ी, की किस्त की उधारी (हिंदी गजल)*
*सब पर मकान-गाड़ी, की किस्त की उधारी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
होगी विजय हमारी
होगी विजय हमारी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
वैसा न रहा
वैसा न रहा
Shriyansh Gupta
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जागी जवानी
जागी जवानी
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
राष्ट्रीय किसान दिवस
राष्ट्रीय किसान दिवस
Akash Yadav
बुलंदियों की हदों का भी मुख़्तसर सफर होगा।
बुलंदियों की हदों का भी मुख़्तसर सफर होगा।
Dr fauzia Naseem shad
Loading...