*हमारे कन्हैया*
तुम तो कहते हों कन्हैया,मैया मुझे सबसे प्यारी हैं!
आओ हमारे गोकुल गाँव में, हम माँ यशोदा से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया,बाबा मुझे सबसे प्यारे हैं!
आओ हमारे नंदगाँव में,हम नंदबाबा से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया,राधा मुझे सबसे प्यारी हैं!
आओ हमारे बरसाने में,हम राधारानी से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया,भ्राता मुझे सबसे प्यारे हैं!
आओ हमारे यमूनातट पर,हम बलदाऊ से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया,ग़्वालें मुझे सबसे प्यारे हैं!
आओ हमारे वंशीवट में,हम गायें ग़्वालो से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया,साखियाँ मुझे सबसे प्यारी हैं!
आओ हमारे वृंदावन में,हम गोपियों से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया, वाँसुरी मुझे सबसे प्यारी हैं!
आओ हमारे सुनार-घर में,हम सोने कीं वाँसुरी तुमको बनवा देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया,पीताम्बर मुझे सबसे प्यारे हैं!
आओ हमारे वस्त्रभंडारण में,हम पीतवस्त्र तुमको पहना देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया, मित्रता मुझे सबसे प्यारी हैं!
आओ हमारे सुदामानगरी में,हम सुदामा से तुमको मिला देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया, माखन-मिश्री मुझे सबसे प्यारी हैं!
आओ हमारे मथुरामंदिर में, हम माखन-मिश्री का भोग तुमको लगा देंगे।।
तुम तो कहते हों कन्हैया, शीश मुकुट मुझे सबसे प्यारे हैं!
आओ हमारे बरसाने में, हम मोरपंख का शीश मुकुट तुमको पहना देंगे ।।
~ 😇डा. वैशाली✍🏻