हमारी पद्मा रानी मां पर
सुन बॉलीवुड के भांड जितनी तेरी जेब में कमाई है
उससे ज्यादा तो इतिहास में भयानक हुई लड़ाई है
तेरी करनी का ही तो बोया कड़वा बीज तूने काटा है
इसलिए करणी सेना ने की थी जमकर तेरी धुनाई है
मर्द मान लेंगे तुझे पद्मिनी ख़िलजी पे फ़िल्म तो बना
वरना तेरी माँ भी सोचले तुझको पैदा कर शरमाई है
हमारी पद्मा रानी माँ पर अपनी ऊँगली उठाने वाले
तू तो नगरवधू की लगता कोई गन्दी सी पैदाईश है
पद्मिनी का जौहर सोच कर काँप जाती तेरी आत्मा
राजपूतानी वीरता तूने क्यो अपने पे यूँ अजमाई है
बता गद्दार कितने में बेचा तूने यहाँ ईमान अपना
किसने पद्मिनी पे दाग के लिए तेरी जेबें गरमाई है
देख अभी तो बंजर भूमि पर पिटा है तू राजपूतो से
अब सरदार मराठो ने भी करनी तेरी बाकी पिटाई है
फेसला तेरा मिट्टी में मिलना या सोना बनाना तुझे
सुन अनाड़ी बुझा वो आग जो तूने देश में लगाई है
जिस्म बगावत करने लगा अशोक का मन से फिर
सुन चिथड़ों में भूखा नंगा अधमरा देगा तू दिखाई है
अशोक सपड़ा की कलम से दिल्ली से