हमारी तुम्हारी मुलाकात
रास्ते में कहीं जब कभी हमारी तुम्हारी मुलाकात होगी तो
याद आएंगे
बीते पल
बीती बातें
बीते ख्वाव
कुछ सौगातें
कुछ वादे
कुछ यादें
जो गुजारे थे कभी साथ
फिर सहसा हम तुम दोनों ही आगे बढ़ जाएंगे
क्योंकि
लक्ष्य आधारित रहा है जीवन हमारा तुम्हारा
जिसमें
पल
बातें
ख्वाब
सौगातें
वादे
यादें
माईने नहीं रखते रखते हैं तो केवल
मंजिल
रास्ते
ओर सफर …..
सुशील मिश्रा ( क्षितिज राज)