हमारा हाल पूछिए Vinit Singh Shayar
लूट गए हम यारों कोई हमारा हाल पूछिए
हुए हैं कैसे हम बरबाद कुछ सवाल पूछिए
पूछिए हम ने किया अपनों पे क्यों भरोसा
किस किस बात का है हमको मलाल पूछिए
किस ने बनाया है हमारा सरेआम मज़ाक
किस किस ने मिलाया है वहाँ ताल पूछिए
हमारा घर जला और बदनाम है मेरा रक़ीब
किस ने गलाया है उसमे अपना दाल पूछिए
लोग बोलकर झूठ भी मशहूर हो चुके हैं
हमारे सच पर क्यों है इतना बवाल पूछिए
~विनीत सिंह
Vinit Singh Shayar