हमारा संविधान
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है,
ये संकल्प हमारा है, ये गणतंत्र हमारा हैI
हमने ही इसे संवारा, हमें इसे बढ़ाना है,
देश की नेकी और स्वच्छता में हमको हाथ बटाना है ,
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है,
ये संकल्प हमारा है,ये गणतंत्र हमारा है।
अधिकारों और मूल कर्तव्यों से कराता ज्ञान हमारा है ,
देता है अधिकार हर कर्तव्य हमें निभाना है,
भेद-भाव न किसी से ,न ही किसी से वैर ,
सदा चलेंगे सच्ची राहों पर,
जाति धर्म में देश तोड़ने वालों की अब न होगी खैर,
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है,
ये संकल्प हमारा है, ये गणतंत्र हमारा है I
पर्वत समान मिले जब बाधा ,
तनिक न उससे डरना है,
जरा सा धैर्य धरना, सदा ही आगे बढ़ना है,
आ गया गणतंत्र दिवस, तिरंगा नभ में फिर फरराने वाला है,
पुन: राजपथ शौर्य दिखेगा ,मौसम फिर गहराने वाला है,
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है,
ये संकल्प हमारा है,ये गणतंत्र हमारा है।
अधिकार मिले अनमोल,
इसमें अब न कोई अवरोध है,
गुलामी की बेड़ियाँ तोड़ ,हमने संविधान से नाता जोड़ा है,
संविधान का मिला खिताब,ये ऐतिहासिक पल हमारा है,
ये ऐतिहासिक पल हमारा है,
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है,
ये संकल्प हमारा है,ये गणतंत्र हमारा है।
कल – कल करती गंगा यमुना जिसके गुण ये गाती है,
भारत की इस पुण्य धरा पर एक नई राह हमें दिखाती है,
मोती है इसके कण-कण में, बूंद -बूंद में सागर है,
प्रहरी हमारा हिमालय, धरा सोने की गागर है,
सबसे अलग और सबसे अनोखा ये संविधान हमारा है,
ये संकल्प हमारा है,ये गणतंत्र हमारा है।