Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Dec 2023 · 1 min read

वे जो राई का सदा, देते बना पहाड़

वे जो राई का सदा, देते बना पहाड़ ।
कर लेते है रोज ही,अपना नया जुगाड़।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उद्दंडता और उच्छृंखलता
उद्दंडता और उच्छृंखलता
*प्रणय प्रभात*
प्रिंसिपल सर
प्रिंसिपल सर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"समरसता"
Dr. Kishan tandon kranti
मानसिक विकलांगता
मानसिक विकलांगता
Dr fauzia Naseem shad
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
आचार्य वृन्दान्त
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
हीरा उन्हीं को  समझा  गया
हीरा उन्हीं को समझा गया
गुमनाम 'बाबा'
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
शिव प्रताप लोधी
मंदिर जाना चाहिए
मंदिर जाना चाहिए
जगदीश लववंशी
दोस्ती एक गुलाब की तरह हुआ करती है
दोस्ती एक गुलाब की तरह हुआ करती है
शेखर सिंह
मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा
मैं जानता हूं नफरतों का आलम क्या होगा
VINOD CHAUHAN
पश्चिम का सूरज
पश्चिम का सूरज
डॉ० रोहित कौशिक
*सरिता में दिख रही भॅंवर है, फॅंसी हुई ज्यों नैया है (हिंदी
*सरिता में दिख रही भॅंवर है, फॅंसी हुई ज्यों नैया है (हिंदी
Ravi Prakash
संगीत........... जीवन हैं
संगीत........... जीवन हैं
Neeraj Agarwal
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
सुनें   सभी   सनातनी
सुनें सभी सनातनी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
है शारदे मां
है शारदे मां
नेताम आर सी
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
राष्ट्र हित में मतदान
राष्ट्र हित में मतदान
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
इश्क़ गुलाबों की महक है, कसौटियों की दांव है,
इश्क़ गुलाबों की महक है, कसौटियों की दांव है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
उम्मीद -ए- दिल
उम्मीद -ए- दिल
Shyam Sundar Subramanian
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*
*"शिव आराधना"*
Shashi kala vyas
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भूख 🙏
भूख 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
काश
काश
हिमांशु Kulshrestha
पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ?
पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ?
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...