हमसे ही सीखे थे।
1. हमे सिखाने आये है
हमसे ही सीखे थे
ये बात और कि
हम जहां के तहां
वो हमसे आगे निकल गये।
2.इस जहाँ में हर कोई हैरान है
सुखी है सिर्फ वो ही जिस पर
मालिक मेहरबान है।
बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”
1. हमे सिखाने आये है
हमसे ही सीखे थे
ये बात और कि
हम जहां के तहां
वो हमसे आगे निकल गये।
2.इस जहाँ में हर कोई हैरान है
सुखी है सिर्फ वो ही जिस पर
मालिक मेहरबान है।
बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”