Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

हमने तुम्हें क्या समझा था,

हमने तुम्हें क्या समझा था,
और तुम क्या निकले ।
बड़ी धूम से हमारे अरमानों ,
हमारे ख्वाबों के जनाजे निकले ।

1 Like · 79 Views
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all

You may also like these posts

पसंद प्यार
पसंद प्यार
Otteri Selvakumar
हमारी दीवाली दो पैसों वाली
हमारी दीवाली दो पैसों वाली
Meera Thakur
modernnotioncom
modernnotioncom
modernnotioncom
किसी मनपसंद शख्स के लिए अपनी ज़िंदगी निसार करना भी अपनी नई ज
किसी मनपसंद शख्स के लिए अपनी ज़िंदगी निसार करना भी अपनी नई ज
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बिहार
बिहार
विक्रम कुमार
शिकायत
शिकायत
R D Jangra
विरले ही संवेदनशील
विरले ही संवेदनशील
Seema gupta,Alwar
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खाने में थूक! छी
खाने में थूक! छी
Sanjay ' शून्य'
एक
एक
*प्रणय*
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
2715.*पूर्णिका*
2715.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
ख़ौफ़
ख़ौफ़
Shyam Sundar Subramanian
प्यार है ये भैया-भाभी का ।
प्यार है ये भैया-भाभी का ।
Buddha Prakash
"If you continuously encounter
Nikita Gupta
"The moon is our synonym"
राकेश चौरसिया
दोस्ती
दोस्ती
Phool gufran
मुकाम तक जाती हुईं कुछ ख्वाइशें
मुकाम तक जाती हुईं कुछ ख्वाइशें
Padmaja Raghav Science
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
ruby kumari
दुख और सुख
दुख और सुख
Savitri Dhayal
न मन को अब होगी
न मन को अब होगी
Dr fauzia Naseem shad
छंदमुक्त काव्य?
छंदमुक्त काव्य?
Rambali Mishra
हमराही
हमराही
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
एक तरफ मां के नाम पर,
एक तरफ मां के नाम पर,
नेताम आर सी
मेरी कलम से
मेरी कलम से
Anand Kumar
ना फूल मेरी क़ब्र पे
ना फूल मेरी क़ब्र पे
Shweta Soni
ग़ज़ल _ हाले दिल भी खता नहीं होता ।
ग़ज़ल _ हाले दिल भी खता नहीं होता ।
Neelofar Khan
Being corrected means we have been wrong , so it can be diff
Being corrected means we have been wrong , so it can be diff
पूर्वार्थ
मुहब्बत-एक नज़्म
मुहब्बत-एक नज़्म
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
Loading...